President

Introduction About President

पं . कलानाथ शास्वी का जन्म 13 जुलाई, 1936 को जयपुर में हुआ । आपने अपने पिता तथा जयपुर के शिखर विद्वान म. म. पं. गिरिधर शर्मा चतुर्वेदी, पं. पट्टाभिराम शास्त्री, आदि विद्वानों से संस्कृत की आचार्यान्त शिक्षा प्राप्त कर जयपुर के सुप्रतिष्ठित महाराज संस्कृत काँलेज से सर्वप्रथम रहते हुए साहित्याचार्य परीक्षा उतीर्ण की ।

त्तदतर महाराजा कोलेज में पाश्चात्य पद्धति में विश्वविद्यालय शिक्षा प्राप्त कर प्राच्य और प्रतीच्य भाषाओं और साहित्य का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए आपने अनुप्रयुक्तः भाषाविज्ञान तथा तुलनात्मक भाषाविज्ञान पर कार्य किया ।

आपने भारतीय लिपियों पर अनुसंधान किया तथा छात्रावस्था से ही काव्य लेखन, भाषण तथा प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित लेखों से अपनी मौलिक प्रतिभा का परिचय दिया । राजस्थान विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में एम .ए. उपाधि लेकर आप वहीँ अंग्रेजी के प्राध्यापक हो गए । आप बाल्यकाल में संस्कृत में ही वार्तालाप करते थे । 9 वर्ष कीं आयु में 1945 में " आ.भा.सं.सा. सम्मेलन के 18वे अधिवेशन में संस्कृत में व्याख्यान देकर इन्होंने श्रोताओं को चकित कर दिया था । 1 957 से 1965 तक अंग्रेजी में प्राध्यापक रहने के बाद इन्होंने राज्य सरकार के भाषा विभाग में सहायक निदेशक, उपनिदेशक तथा निदेशक आदि पदों को सुशोभित किया। राजकीय महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य भी रहे । 1976 में 18 वर्षों तक भाषा विभाग में निदेशक रहकर 1994 में सेवानिवृत्त हुए । इसी बीच 1991 से 1993 के बीच ये संस्कृत शिक्षा निदेशक भी रहे । केद्रीय साहित्य अकादमी के संस्कृत सलाहकार तथा नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया के ट्रस्टी सदस्य भी रहे ।

1995 में 1998 तक राजस्थान संस्कृत अकादमी के अध्यक्ष तथा अन्य अनेक साहित्यसेवी संस्थाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य आदि के रूप में आपने संस्कृत, हिंदी, ब्रजभाषा आदि को भरपूर योगदान दिया । फरवरी 2007 से अध्यक्ष, आधुनिक संस्कृत पीठ, जगदगुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के पद पर कार्य करने रहे है । आप द्वितीया संस्कृत आयोग, भारत सरकार के सदस्य रहे 2014-16 तथा भारतीय संस्कृत मासिक, जयपुर के प्रधान संपादक है ।